Devi Jas Geet Lyrics : देवी जस गीत लीरिक्स संग्रह

Devi Jas Geet Lyrics

Devi Jas Geet देश के विभिन्न हिस्सों में नवरात्रि के शुभ अवसर पर क्षेत्रीय भाषा में भक्ति स्वरूप गाये जाने वाले गीत होते हैं । यह अलग अलग क्षेत्रों में क्षेत्रीयता के आधार पर गाये जाते हैं । इसमें भारतीय वाद्य यंत्रों के साथ उत्तेजना एवं पूर्णतया देवी भक्ति स्वरूप के दर्शन होते हैं । वर्ष में दो नवरात्रि आती है , एक शारदेय नवरात्रि एवं दूसरी चैत्र नवरात्रि । दोनों नवरात्रि में माँ दुर्गा आराधना के स्वरूप में अखंड दीप के साथ जवारे भी स्थापित किए जाते हैं । 

Devi Jas Geet गायन

यह Devi Jas Geet माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना स्वरूप गाये जाते हैं । साथ ही शिव पार्वती के लिए भी गाये जाते हैं ।  बहुचर्चित छत्तीसगढ़ी जस का अपना एक स्वरूप है जिसमें छत्तीसगढ़ की भाषा का इस्तेमाल किया जाता है । मध्यप्रदेश के महकौशल, बुंदेलखंड एवं मालवा क्षेत्र में भी स्थानीय भाषा के पुट के साथ यह जस गाये जाते हैं । समय समय पर विभिन्न देवी भक्तों ने जो जस गाये हैं उन्हे एकत्रित कर देने का प्रयास किया जा रहा है ।  

निवेदन है कि पाठक अपने स्तर से भी शब्दों का क्षेत्रीयता के आधार पर इस्तेमाल करते हुये अपने अंदाज में गायें ।  

हम सभी आभारी है उन सभी गायकों के जिन्होने सबसे पहले इन जस को लिखा और गाया है ।  

Devi Jas Geet Lyrics

|| श्री गणेशाय नमः ||

  1. गणेश वंदना जस लीरिक्स Ganesh Vandana Jay Lyrics
  2. देवी जस गीत लीरिक्स Devi Jas Geet Lyrics Part 1
  3. देवी जस गीत लीरिक्स Devi Jas Geet Lyrics Part 2

Devi Jas Geet Lyrics Part 1

1. नमो नमो गणपती गणराया2. गणपती प्रथम मनाऊँ
3. प्रथम मना लऊं रे सदाशिव श्री गणपती को रे4. गिर की भवानी हाँ कि दवना
5. हो जा दयाल कृपाल, महा माई अब कि बेला6. सूरत की मालनी हो , कि दुरगा काहे रखियो भरमाय
7. मेरी प्यारी मालन हो मेरी अच्छी मालन8. अब लट खोलो मेरी माँ, कि नैना रतन जड़े
9. अम्बे माई दुर्गे आ गई , पाहुनी वो जगतारण10. शिव जी की सुन्दर नारी हो, मैया मेरी
11. जल भरण जानकी आई हो, मेरी केवल माँ 12. वो तो हमने नेहत बुला लई, वो दुर्गे पाहुनीया
13. झूला झूले शारदा माँ, हिंडोरना अजब बना14. भुवन कहाँ वो मैया , बसल कहाँ, हंसा चाल मृग नैन
15. वो तो मंडिया बनवालई रे, भगत ने16. गढ़ पर्वत पे रे महादेव बाबा, डमरू बजा रहे रे
17. ये वो मैया जग में प्रकट हो जइयो, भवानी मैया18. शिवजी की सुंदर नारी हो, मैया मेरी पनिया
19. गढ़ पर्वत पे रे भोला बाबा डमरू बाजा रहे रे20. मैया रक्षा करो री माता, शीतला वो माँ
21. काली कंकालन कालका हो माँ22. मैया कलयुग में वो देवी कालका हो माँ
23. मेरे रहे जगत पण्डा, सेवा भले हो माँ ।।24. जगदेव धानू पण्डा , जाग रचे हो माँ ।।
25.कैसे सुमरु देवी जालपा हो माँ 26.हनुमत खेले ओके चौक में हो माँ
27. तू काली वो हिंगलाजनी हो माँ28. अद्भुत लीला श्रीराम की हो माँ
29. मेरे वीर हनुमान मेरे पवन कुमार ,लंका में जइयो रे 30. (मैया) देव दर्शन देवी जालपा हो माँ
31. चोक चन्दन बिन रे, महादेव बाबा अंगना 32. नैन बान दुर्गा, मार रही हो माँ
33. काली मैया नाच भैरो बाग में हो माँ34. दूर खेलन मत जइयो रे मेरे बारे लुंगरा
35. लग रही मढ़िया में भीड़ हो, मैया मेरी 36. मैया जाग उठो देवी जालपा हो माँ
37. कर रही सोला रे, सिंगार माई कर रही सोला रे38. मैया के द्वारे एक तिरिया रोवे, अंसुवन भीगी
39. बोदई किवाडिया राम ने हो माँ 40. माई हो रही लाल गुलाब भुवन पे रंग बरसे
41. सेवन आए जगत राजा जगतारण माँ42. तोरी नथनी पे नाचत मोर सुगर धन मालनिया
43. सदा भवानी दाहिनी मेरी माँ, सन्मुख रहे 44. शारदा मैया आ गई, पाहुनी हो माँ
45. मैया जय जय कपूर्दा वासिनी हो माँ46. मैया तेरी शरण सिंह पाहिनी हो माँ
47. मैया पहर लगायों राजा कंस ने हो माँ 48. जोगिरा जोगिरा जोगिरा रे
49. मैया शंकर नैना, खोलिए हो माँ50. नगरकोट जगरानी तुमपे, चँवर डूरे हो माँ
Devi Jas Geet Lyrics

Devi Jas Geet Lyrics Part 2

(1) दिन चार के हो गौरा रानी मायके जइयो ।(2) सुंदर मालन मेरी माँ, आरती की बिरिया होने लगी माँ ॥
(3) अंगना में बजत बधाई हो मैया मेरी पण्डा दरश को आए ।।(4) घुँघरू बांध लई माई ने, घुंगरू बांध लई रे, माई ने कर लई सोलह रे सिंगार ॥
(5) ले पुजा हो देवी चंडिका हो माँ ॥(6) मैया बेगी सुमरु देवी, जालपा हो माँ ॥
(7) संकट हरण देवी शारदा हो माँ ॥(8) तेरे शरण हम आए सिंह वाहिनी हो माँ ॥
(9) माई के द्वारे एक नीरिया रोवे, अंसुवन सीजे गुलजारी माया॥(10) गंगा जमुना की बारी रेत में, दुर्गा ने कोट उठाई माया ॥
(11) सिर पर हीरा सोहे री जगदम्बे भवानी, कानों में झुमकी झूल रही हो माँ ॥(12) भजो रे मन तुलसी सीता राम कहो मेरी माँ ॥
(13) राजा जनक के द्वार में हो माँ ॥(14) माई हृदय बसो हिंगलाजनी हो माँ ॥
(15) मैया तोहे मनाऊँ सिंह वाहनी हो माँ ॥(16) माई जुग जुग झूले जग तारणी हो माँ ॥
(17) ऐसी रंगाओ रंग चुनरी हो माई ॥(18) माई रक्षा करो विध्यवासिनी हो माँ ॥
(19) मैया जय देवी हंसवाहनि हो माँ ॥(20) सब देव मनाए देवी जालपा हो माँ ॥
(21) मैया सबसे बड़ी रे देवी शारदा हो माँ ॥(22) मैया प्रकट भाई जगतारणी हो माँ ॥
(23) मैया वीणा बजावे देवी शारदा हो माँ ॥(24) बिंदिया जो गिर गई जमुना पार में हो माँ ॥
(25) भोलेनाथ मनाइगे हो माँ ॥(26) पिवे जहर का प्याला हो मैया मेरी डाले गले में नागकाला ॥
(27) मैया राजा जगत रे, सेवा करे हो माँ ॥(28) माई अलख जगाऊँ तोरे द्वार पे हो माँ ॥
(29) मैया जग में धरी अवतार, भवानी माई जगदम्बे ॥(30) जब शक्ति ने जन्म लियो री माँ, वहाँ अपना रे नहीं कोई माया ।
(31) दिया जले अमावस रात, कालका जनम लियो ।।(32) अंगना में बजत बधाई हो मैया मेरी पंडा दरस को आए ।।
(33) नौ दिन की मेहमान , शारदा बैठी मठ में हो माँ ॥ शारदा ।।(34) मोहे दर्शन दो एक बार शारदा मैहर की ॥
(35) तीरे घूमे लाल निशान, शारदा मैहर की ।।(36) कृष्णा मोही रे, राधा ग्वालन जोगनिया ॥
(37) मैया भक्तन की हितकारिणी हो माँ ॥(38) मैया कोयल तरसत, आम पे हो माँ ॥
(39) धन्य भाग्य खमराताल के हो माँ ॥(40) मेरी काली मैया, मेरी दुर्गा मैया, चली आ जइयो जोगन बनके ॥
(41) मैया भोलेनाथ मनाइगे हो माँ ॥(42) ऐसी रंगाओ रंग चुनरी हो माँ ॥
(43) झूले भवानी अंगना, झूला झूले हो माँ ॥(44) राजा दशरथ के चार पुत्र हैं चारों कुवर कराई माँ ॥
(45) कितनी घर में जब बोये माया, मोर आए कितनी घर ॥ माँ ॥(46) बैठी सगुन मनावत माता , कब ऐहे सियाराम माँ ॥
(47) मैया नंदनंदन बृज लाडले हो माँ ॥(48) आश चरण की लाग रही हो माँ , मैया आश ……. ॥
(49) ले ले खप्पर काली नाच रही हो माँ ॥(50) हाथ न गड़ुवा कांधे धोती, दुर्गा चली असनान माया ॥
(51) दुर्गा लाल पलंग सो रही हो माँ ॥(52) कहा से लाई ऐसी माटी रे मेरे बारे कुमहरवा ॥