राम वन गमन मार्ग समीक्षा पुस्तक जारी
2022 के 1 फरवरी को, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने आवास कार्यालय में पुस्तक ‘राम वन गमन पथ पुनरावलोकन’ का विमोचन किया।
पुस्तक के मुख्य बिंदु
इस मौके पर इस पुस्तक के लेखक डॉ. राम गोपाल सोनी और प्रकाशक उज्जैन के पुष्कर बहेती मौजूद थे। डॉ. सोनी भारतीय वन सेवा के सेवानिवृत्त अधिक प्रमुख मुख्य वन संरक्षक के रूप में सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
पुस्तक के लेखक डॉ. राम गोपाल सोनी ने बताया कि यह पुस्तक एक ओर राम वन गमन के वास्तविक पथ का मार्ग प्रशस्त करेगी, वहीं, लोग मुख्य संतों के आश्रमों और उनके महत्व को जान सकेंगे।
बाद में यह पुस्तक इन क्षेत्रों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में भी सहायक होगी।
इस पुस्तक को 316 पृष्ठों के 11 अध्यायों में बाँटा गया है। इस पुस्तक में विभिन्न आश्रमों का भी वर्णन किया गया है।
इस पुस्तक में विस्तृत रूप से राम-लक्ष्मण के विश्वामित्र के साथ वन जाने, अयोध्या से चित्रकूट, चित्रकूट से अमरकंटक, अमरकंटक से दंडकारण्य, पंचवटी से किष्किंधा, प्रवर्षण पर्वत से लंका, सेतु बंध और लंका से अयोध्या तक की यात्रा का विस्तार से वर्णन किया गया है।
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