प्रतिवर्ष होने वाली Ayodhya Ramleela विश्वप्रसिद्ध है जिसमें देश विदेश के कलाकार भाग लेते हैं । श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में दीपावली त्योहार के दौरान अयोध्या के सरयू तट पर देश विदेश के करोड़ों श्रद्धालु आकर दीपोत्सव में भाग लेते है , जिसमें शामिल श्रद्धालुओं की संख्या के साथ ही देश विदेश के कलाकारों के द्वारा रामलीला का मंचन भी किया जाता है । किसी ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल पर पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या के साथ जलाए जाने वाले दीपों की संख्या भी करोड़ों में होती है । इन सभी घटनाओं को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान मिला है , जो अभूतपूर्व है ।
प्रभु श्री राम का अयोध्या आगमन अर्थात दीपावली
गौरतलब है कि अयोध्या की राम जन्मभूमि विवाद के हल आने के बाद से श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा मंदिर निर्माण कार्य वर्ष 2019 से प्रारंभ हुया है , लेकिन इससे पूर्व अनेक वर्षों से प्रभु श्री राम की जन्मभूमि पर दीपावली के दौरान रामलीला का मंचन किया जाता है । यह Ayodhya Ramleela विश्वप्रसिद्ध है क्योंकि इसमें अब विश्व के अनेक देशों से आए कलाकारों के द्वारा भी हिस्सा लिया जाता है ।
प्रभु श्री राम के जीवन से संबंधित अनेक ग्रंथ मौजूद हैं जिन्हे देश विदेश के अनेक हिस्सों में मिलते जुलते पात्रों के नामों से जाना जाता है । वस्तुतः सभी ग्रंथों में वाल्मीकि रचित रामायण और गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरितमानस का विशेष उल्लेख किया जाता है । किन्तु यह भी सही है कि सभी ग्रंथ भले ही अलग अलग भाषाओं में लिखे गए हों लेकिन राम के जीवन से संबंधित इतिहास समान है , जिसमें उनके जन्म से लेकर रावण वध पश्चात अयोध्या लौटने पर मनाए जाने वाले त्योहार दीपावली अथवा दीपोत्सव का उल्लेख किया जाता है । यही कारण है कि इसी दीपावली के दौरान प्रभु श्री राम की जन्मस्थली पर ही विशाल दीपोत्सव के साथ रामलीला का प्रदर्शन भी किया जाता है ।
अयोध्या दीपोत्सव जानने के लिए अवश्य पढ़ें : Ayodhya Deepotsav: A Journey Through the Years
अब जबकि अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर पूरी तरह से बन चुका है जिसे श्रद्धालु श्री राम के वनवास से वापस लौटकर अयोध्या आने की तरह देख रहे हैं । इस Ayodhya Ramleela को आने वाले वर्षों में और अधिक श्रद्धालु देखने आएंगे यह विश्वास किया जा रहा है ।
Ayodhya Ramleela : A World Record
प्रसिद्ध रामायण और रामचरितमानस जैसे विभिन्न ग्रंथों के आधार पर प्रभु श्री राम के जीवन पर प्रतिवर्ष रामलीला का आयोजन अयोध्या धाम में किया जाता है जिसमें अनेक देशों के कलाकार हिस्सा लेते हैं । विदित है की विश्व के अनेक देशों मे प्रभु श्री राम से संबंध बताए जाते हैं और उन देशों में भी श्री राम को अपना वंशज और रिश्ता बताया जाता है भले ही उन देशों में सतातन धर्म के अतिरिक्त कोई और धर्म अपनाया जाता हो । आइए जानते हैं की पिछले वर्षों में Ayodhya Ramleela का प्रदर्शन किस प्रकार हुआ :-
वर्ष | दीपों की संख्या | Ayodhya Ramleela के कलाकार |
2017 | 1.71 लाख | इंडोनेशिया, एवं श्रीलंका |
2018 | 3.01 लाख | त्रिनिदाद, रूस, लाओस, कंबोडिया, इंडोनेशिया |
2019 | 4.04 लाख | नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया, फिलीपींस |
2020 | 5.51 लाख | त्रिनिदाद , थायलैंड, श्रीलंका, फ़िजी, नेपाल |
2021 | 9.41 लाख | श्रीलंका, नेपाल, जम्मू कश्मीर, असम, गुजरात, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश |
2022 | 15.76 लाख | रूस, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मलेशिया, थायलैंड, फ़िजी, नेपाल, त्रिनिदाद, टोबैगो |
2023 | 22.23 लाख | श्रीलंका, नेपाल, सिंगापूर, रूस |
पूर्व के वर्षों में रामलीला का मंचन साधारण तरीके से किया जाता था लेकिन संसाधन एवं सरकार के सहयोग के कारण अब संसाधनों के विस्तार के साथ रामलीला का प्रदर्शन किया जाता है । वर्ष 2023 में आयोजित होने वाली अयोध्या की रामलीला में आधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया । प्रभु श्री राम के जीवन पर आधारित शोभायात्रा, प्रदर्शनी, डिजिटल आतिशबाजी प्रोजेक्ट मैपिंग, म्यूज़िकल लेजर एवं 3 डी होलोग्राफीक शो भी आयोजित किया गया है ।